आवास में घोटाला.. जांच में बड़ा खुलासा,, मां के नाम पर रोजगार सहायक ने किया फर्जीवाड़ा

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Housing scam… big revelation in investigation, employment assistant committed fraud in the name of mother

सक्ति/जैजैपुर – आवास योजना में भ्रष्टाचार की गाज ग्राम पंचायत भोथीडीह के रोजगार सहायक पर गिरने वाली है , क्योंकि उनके खिलाफ हुए शिकायत की जाँच अधिकारियों ने पुष्टि कर दी है।

दरअसल ग्राम पंचायत भोथीडीह के रोजगार सहायक कोमल सिंह कंवर , सरपंच- सचिव सहित सम्बन्धित कर्मचारियों के खिलाफ आवास योजनाओं में अनियमितताओं की जाँच के सम्बन्ध में भोथीडीह पंचायत के ग्रामीणों ने शिकायत मुख्यकार्यपालन अधिकारी से की थी,और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की माँग किया था लेकिन महिने बीतने पर भी कोई कार्यवाही नही हो पा रही थी जिसकी लगातार शिकायतें और लगातार खबर प्रकाशन के बाद आख़िरकार अधिकारियों ने सुध ली और एक सदस्यीय जाँच दल भोथीडीह रवाना किया जहाँ शिकायतकर्ताओं और अन्य ग्रामीणों के समक्ष जाँच कार्यवाही संपन्न की गई जिसमें दोनों पक्षों के बयान पश्चात कुछ टाल-मटौल करने से काम ना बनता देख आख़िरकार रोजगार सहायक को अपनी गलती मानने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसका लिखित बयान जाँच अधिकारी ने दर्ज कर आगे की कार्यवाही के लिए संभवतः मुख्यकार्यपालन अधिकारी के पास जमा भी कर दिया है।

अब देखना ये होगा की जनपद पंचायत के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा दागी रोजगार सहायक ऊपर सहनभूति दिखाई जाती है या फिर फर्जीवाड़ करने के आरोप में रोजगार सहायक के विरुद्ध कार्यवाही कर विभाग की धूमिल हुई छवि को स्वच्छ रखने में खरे उतर पाते है।

दागी रोजगार सहायक व अन्य संलिप्त लोगों पर होगी बहुत जल्द कार्यवाही

मेरे द्वारा जनपद पंचायत जैजैपुर में 22 फ़रवरी 2024 को लिखित शिकायत किया गया था कि रोजगार सहायक के माताजी तिलबाई कंवर पति रामप्रसाद कंवर के नाम से बन रहे आवास का भौतिक सत्यापन किया जाए जो कि अस्तित्व में ही नहीं है अतः बिना मकान बनाये दुसरे के घर का फोटो खींच कर शासकीय राशी का गबन करने वाले हितग्राही व ऐसा कृत्य करने में साथ देने वाले रोजगार सहायक सहित सम्बन्धित समस्त कर्मचारियों पर यथाशीघ्र कार्यवाही होना चाहिए।

सूरज कुमार केंवट, शिकायतकर्ता

ये कोई पहला मामला नहीं है भोथीडीह ग्राम पंचायत में इस तरह का भ्रष्टाचार निरंतर देखने को मिल रहा है ,कहीं बिना मकान बनाये राशि आहरण , तो कहीं बने बनाये भवन को आवास घोषित कर दिया जाना या कभी किसी अन्य व्यक्ति के आवास से मिलते-जुलते नाम के व्यक्ति को लेन-देन कर लाभान्वित कराना ऐसे अनेकों मामले मिल जाएंगे , यदि ईमानदारीपूर्वक उचित कार्यवाही नहीं हुई तो पूरा भ्रष्टाचारियों को सम्बल मिलेगा अतः सन 2014 से अब तक जितने भी आवास स्वीकृत और निर्मित हुए हैँ उन सभी आवासों का भौतिक सत्यापन कराकर दोषियों पर धोखाधड़ी करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराकर सबक सिखाया जाए ताकि आमजन को शासन के योजनाओं का सही तरीके से लाभ मिल सके ।

अनिल चंद्रा, शिकायतकर्ता


मैंने गलत किया है मैं मानता हूँ । मैंने अपनी माँ के नाम के आवास निर्माण की दो किश्तें बिना मकान बनाये पड़ोसी के घर का जिओटेक करके आहरण किये थे, लेकिन अब मैं आवास बनाऊंगा, सामान गिरना चालू हो गया है।

कोमल सिंह कंवर, रोजगार सहायक


जाँच में पाया गया है कि रोजगार सहायक कोमल सिंह कंवर द्वारा फर्जी तरीके से किसी अन्य के घर का जियोटेक कर पैसे आवास निर्माण का दो किश्त ₹65000/- निकाले गये हैँ, जो कि नियमविरुद्ध है ,कार्यवाही के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट सौंपी जायेगी ।

– एन.के.भैना, जाँच अधिकारी(जनपद जैजैपुर)

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