केक खाने से 10 वर्षीय लड़की की मौत के मामले में हुआ बड़ा खुलासा
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विजय जिंदल ने बताया कि केक का सैंपल टेस्ट के लिए एकत्र किया गया था। रिपोर्ट से पता चला कि इसे पकाने के लिए उच्च मात्रा में सैकरीन का इस्तेमाल किया गया जो कि मीठा स्वाद वाला सिंथेटिक कंपाउंड है। आमतौर पर भोजन और पेय पदार्थों में थोड़ी मात्रा में सैकरीन का इस्तेमाल किया जाता है। यह आपके रक्त शर्करा के स्तर को तेजी से बढ़ा सकता है। अधिकारियों ने कहा कि बेकरी के खिलाफ जल्द ही ऐक्शन लिया जाएगा। साथ ही उस पर जुर्माना लगाया जा सकता है। बेकरी मालिक के खिलाफ पहले ही FIR दर्ज हो चुकी है।