32 parties supported One Nation One Election, 15 opposed it
नई दिल्ली। एक देश, एक चुनाव पर गठित उच्चस्तरीय समिति ने 62 राजनीतिक दलों से संपर्क किया था। इसमें से 47 ने प्रतिक्रिया दी। इनमें से 32 ने इस विचार का समर्थन किया, जबकि 15 दलों ने विरोध किया। अन्य 15 पार्टियों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी । राष्ट्रीय दलों में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), बसपा और माकपा ने एक साथ चुनाव कराने के प्रस्ताव का विरोध किया, जबकि भाजपा और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने इसका समर्थन किया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 32 राजनीतिक दलों ने न केवल एक साथ चुनाव कराए जाने की व्यवस्था का समर्थन किया, बल्कि संसाधनों को बचाने, सामाजिक सद्भाव की रक्षा करने और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए इस विचार पर अमल करने की वकालत भी की।
80 फीसदी उत्तरदाताओं ने किया समर्थन
समिति के अनुसार, सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के समाचार पत्रों में प्रकाशित सार्वजनिक सूचना के जवाब में पूरे देश से नागरिकों की 21,558 प्रतिक्रियाएं मिलीं। इनमें से 80 फीसदी उत्तरदाताओं ने एक साथ चुनाव का समर्थन किया।
इन क्षेत्रीय दलों ने किया विरोध
क्षेत्रीय पार्टियों में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ), तृणमूल, एआईएमआईएम, भाकपा, द्रमुक, नगा पीपुल्स फ्रंट, सपा, भाकपा (माले) लिबरेशन, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया ने विरोध किया।
ये पार्टियां समर्थन में
अन्नाद्रमुक, ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन, अपना दल (सोनेलाल), असम गण परिषद, बीजद, लोजपा (रामविलास), मिजो नेशनल फ्रंट, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी, शिवसेना, जेडीयू, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, शिअद यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिवरल, राष्ट्रीय लोक जनता दल, भारतीय समाज पार्टी, गोरखा नेशनल लिबरल फ्रंट, हम, राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, एनसीपी (अजीत पवार) भी समर्थन करने वाले दलों में शामिल हैं।
इन्होंने नहीं दिया जवाब
भारत राष्ट्र समिति, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस, जनता दल (सेक्युलर), झामुमो, केरल कांग्रेस (एम), एनसीपी (शरद पवार), राजद, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट, तेदेपा और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।