Slight decline in retail inflation, at four-month low of 5.09 percent
नई दिल्ली। खाने-पीने की वस्तुओं के दाम बढ़ने के बावजूद खुदरा महंगाई फरवरी, 2024 में मामूली घटकर चार माह के निचले स्तर 5.09 फीसदी पर आ गई। यह लगातार छठा महीना है, जब खुदरा महंगाई आरबीआई के दो से छह फीसदी के संतोषजनक दायरे में है। इससे पहले उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित महंगाई अक्तूबर, 2023 में सबसे कम 4.87 फीसदी रही थी। जनवरी, 2024 में यह 5.10 फीसदी रही थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, सब्जियों समेत खाने-पीने की अन्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से खाद्य महंगाई फरवरी में बढ़कर 8.66 फीसदी पहुंच गई। जनवरी में 8.3 फीसदी रही थी। खुदरा महंगाई में खाद्य वस्तुओं की करीब 50 फीसदी हिस्सेदारी है।
एनएसओ के खुदरा महंगाई के ये आंकड़े 1, 114 शहरी और 1,181 ग्रामीण बाजारों से जुटाए गए कीमतों पर आधारित हैं। इसमें सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश शामिल हैं। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति नीतिगत दरें तय करते समय मुख्य रूप से खुदरा महंगाई पर ही विचार करती है।
मुख्य महंगाई भी घटकर 3.5 फीसदी
इका की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा, अनाज और पेय पदार्थों को छोड़कर सभी उप-समूह में फरवरी, 2024 में महंगाई दर में नरमी देखी गई। यह संकेत देता है कि गैर-खाद्य वस्तुओं की श्रेणी में नरमी जारी है। उन्होंने कहा, मुख्य महंगाई (खाद्य, पेय पदार्थ, ईंधन को छोड़कर) नरम होकर फरवरी में 3.5 फीसदी रह गई। जनवरी में यह 3.7 फीसदी रही थी।