कोरबा जिले में धान बिचौलिए हुए सक्रिय, जांच नाका भी गायब, जिम्मेदार बने मूकदर्शक..

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कोरबा जिले में धान बिचौलिए हुए सक्रिय, जांच नाका भी गायब, जिम्मेदार बने मूकदर्शक..

रायपुर – धान खरीदी शुरू होते ही कोरबा जिले में बिचौलियों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। मंडियों में बिचौलियों के द्वारा खुलेआम सीमावर्ती जिले सहित अन्य राज्यों से धान लाकर खपाया जा रहा है। खरीदी केंद्र प्रभारी जानकर भी अनजान बने हुए हैं जिसका फायदा बिचौलिए उठा रहे हैं।

इस तरह धान की आवक से ना सिर्फ शासन को लाखों रुपए की क्षति हो रही है बल्कि शासन स्तर पर ऐसे बिचौलियों को रोकने बनाए हुए सभी नियमों की भी धज्जियां उड़ रही है। जिम्मेदार विभाग के अधिकारी एवम् कर्मचारी सिर्फ औपचारिकता निभाते नजर आ रहे हैं। मानो ऐसा लग रहा है कि इन बिचौलियो को इनकी मौन स्वीकृति मिली हुई है।

ताजा मामला धान खरीदी केंद्र चिकनीपाली का है। इस खरीदी केंद्र में आज एक माजदा वाहन क्रमांक CG 11 BH 3776 से भर कर धान लाया गया है। सूत्रों की माने तो यह धान जांजगीर – चांपा जिले से लाया गया है। बाहर की गाड़ी से धान लाने की सूचना मिलते ही खाद्य निरीक्षक द्वारा उक्त गाड़ी से लाए गए धान के तौल को लेकर रोक लगा दी है और जांच उपरांत कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।

ठीक इसी तरह बीते शुक्रवार को धान खरीदी केंद्र भैसमा में भी एक माजदा वाहन से भरकर धान लाया गया था जिसके तौल को लेकर रोक लगाई गई थी। लेकिन खाद्य निरीक्षक द्वारा कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई और किसान के घर पर जाकर भौतिक निरीक्षण उपरांत सही पाया जाना बताकर दोबारा धान के तौल की अनुमति दे दी गई।

हैरानी वाली बात तो यह है कि माजदा में लाए गए धान में अधिकांश बोरे के धान की आद्रता 19 से लेकर 22 प्रतिशत दिखाई जा रही थी जिसका वीडियो भी हमारे द्वारा बनाया गया था, बावजूद खरीदी प्रभारी द्वारा उक्त धान की खरीदी कर ली गई जो की अपने आप में एक बड़े सवाल को खड़ा कर रहा है जिसकी जांच होनी चाहिए। इसके अलावा इसे खरीदी प्रभारी का खुला संरक्षण भी कहा जा सकता है।

आपको बता दे कोरबा जिले के भैसमा तहसील क्षेत्र में बिचौलियों का बड़ा सिंडिकेट कार्य कर रहा है जो पिछले लंबे कई वर्षों से एक सिंडिकेट बनाकर काम कर रहे हैं जिसमें चिकनीपाली के तेरस साहू का भी नाम शामिल है। पिछले वर्ष भी तेरस साहू द्वारा उनकी गाड़ियों से इसी तरह दूसरे जिले से धान लाकर खपाया जा रहा था जो कि मीडिया टीम के द्वारा पकड़ में आने के बाद स्वयं उसके बेटे के द्वारा कबूल भी किया गया था बावजूद प्रशासनिक कार्रवाई की खानापूर्ति के कारण इनके हौसले आज भी बुलंद हैं।

सीमावर्ती जांच नाका गायब…

कोरबा और जांजगीर-चांपा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में लबेद के पास पूर्व में एक जांच नाका लगाया गया था जिसे वर्तमान में हटा दिया गया है जहां उरगा थाना अंतर्गत कार्य करने वाले पुलिस के जवान तैनात रहते थे और आने जाने वाले ऐसे वाहनों की जांच भी करते थे। बैरियर नहीं होने का फायदा पूरी तरह से इन धान बिचौलियों को मिल रहा है। प्रशासन को दोबारा इस जांच नाके को स्थापित करने की आवश्यकता है ताकि ऐसे वाहनों की जांच हो सके।

बिचौलिए खुलेआम प्रतिदिन ला रहे हैं…

आपको बता दें चिकनीपाली के बिचौलिए द्वारा प्रतिदिन अपने वाहनों माजदा और पिक अप वाहन से भारी मात्रा में सैकड़ो क्विंटल धान लाया जा रहा है और आसपास के मंडियों में खपाया जा रहा है। बिचौलियों के द्वारा जांजगीर – चांपा और सक्ती जिले से सबसे ज्यादा धान ला रहे हैं। प्रशासन और पुलिस के द्वारा अगर इस मार्ग में जांच टीम बैठाकर चेकिंग की जाती है तो निश्चित ही इन गाड़ियों को पकड़ा जा सकता है।

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