नगर निगम कोरबा के अधिकारियों ने किया भ्रष्टाचार? निर्माण हुआ नहीं और कर दिया भुगतान?
रायपुर – कोरबा जिले के नगर पालिक निगम में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि निर्माण कार्य पूरा नहीं होने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों ने अपने अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने मूल्यांकन कर दिया और मूल्यांकन के एवज में लाखों का भुगतान भी हो गया।
अजय चंद्राकर का नामांकन हुआ निरस्त, इस वजह से किया गया रिजेक्ट
जिले का यह रेलवे फाटक तीन दिन रहेगा बंद, रात 10 बजे से सुबह 10 बजे तक बंद….
पूरा मामला सड़क निर्माण से जुड़ा हुआ है| सूत्रों की माने तो इंजीनियर से लेकर जोन कमिश्नर की मिली भगत से यह खेल किया गया है। ठेकेदार ने बिल भुगतान करने के लिए कार्य पूर्ण होने का जो फोटो भी दिया है उसमें भी स्पष्ट नजर आ रहा है कि कार्य पूरा नहीं हुआ है बावजूद अधिकारियों ने इस पर से भी नजर फेर लिया।
10 हजार सिक्के लेकर कलेक्ट्रेड पहुंचा प्रत्यासी, नहीं मिला नामांकन…
इससे स्पष्ट होता है कि इंजीनियर से लेकर वरिष्ठ अधिकारी भी नहीं चाहते कि कार्य पूरा हो सके। आखिरकार बिना कार्य किए लाखों की राशि का भुगतान करने के पीछे मंशा क्या थी? जल्द ही इस मामले से पर्दा उठने वाला है। सूत्रों की माने तो नगर पालिक निगम कोरबा में ऐसे कई मामले हैं जिन पर निगम के अधिकारियों ने अपना स्वेच्छा चारिता दिखाते हुए कार्य किया है।
खबर का असर – दागी धान खरीदी प्रभारियों की हुई छुट्टी, डीआर के करीबी पर कौन हुआ मेहरबान?