बिलासपुर में पकड़ाया शुभम का हत्यारा, 40 बार सूजा और हथौड़े से किया था वार…

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बिलासपुर में पकड़ाया शुभम का हत्यारा, 40 बार सूजा और हथौड़े से किया था वार…

कोरबा – भैंस खटाल ढोढ़ीपारा में हुए हत्याकांड को लेकर पुलिस ने सफलता हासिल कर ली है। पुलिस ने इस मामले में संलिप्त दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 34 के तहत कार्रवाई की गई है जिन्हें आज न्यायालय मे पेश किया गया जहां दोनों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।

हत्या के आरोपियों ने बताई वजह…

रविवार तड़के सीएसईबी चौकी क्षेत्र अंतर्गत भैंस खटाल ढोढ़ीपारा निवासी युवक सूरजभान उर्फ शुभम साहू की दो दोस्तों ने मिलकर हत्या कर दी थी। इस हत्या के वारदात को अंजाम देने के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने मृतक के मोबाइल पर मृतक के परिजनों को फोन कर उसके हत्या की जानकारी दी जिसके बाद परिजन आरोपियों के बताए जगह पर पहुंचे जहां देखा कि मृतक शुभम साहू खून से लथपथ पड़ा हुआ है जिसे उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज कोरबा लेकर आए, जहां डॉक्टरों ने जांच उपरांत उसे मृत घोषित कर दिया।

घटना के कुछ घंटे पहले ही मृतक सूरजभान उर्फ शुभम साहू अपने दोस्त किशन साहू के साथ दवाई लेने गवेल मेडिकल स्टोर गया था। इसी दौरान आरोपी ढोढ़ीपारा निवासी प्रभाकर सहित उर्फ छोटू जो की आदतन बदमाश है और उसका दोस्त प्रदीप कुमार यादव उर्फ रिकी दोनों मोटरसाइकिल में गवेल मेडिकल स्टोर पहुंचे और मृतक सूरजभान उर्फ शुभम साहू को थोड़ी देर में आने की बात कह कर अपने साथ ले गए।

किशन साहू बहुत देर तक अपने दोस्त शुभम के आने का इंतजार करता रहा लेकिन उसके नहीं आने पर वह घर लौट गया। रात करीब 12:00 बजे परिजनों को नहर पुल के समीप शुभम के खून से लथपथ पड़े होने की जानकारी मिली, जिसके बाद परिजन नहर किनारे पहुंचे जहां पर शुभम खून से लथपथ पड़ा हुआ था। परिजनों द्वारा शुभम को आनन – फानन में मेडिकल कॉलेज कोरबा लाया गया जहां डॉक्टर ने शुभम को मृत घोषित कर दिया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। कोरबा एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा, सीएसपी कोरबा भूषण एक्का के मार्गदर्शन पर चौकी प्रभारी नवीन पटेल ने आरोपियों की पतासाजी शुरू की। इस दौरान प्रभाकर को घर में घेराबंदी कर पकड़ा गया जबकि रिकी फरार हो चुका था।

पुलिस ने उसकी बाइक और मृतक के मोबाइल को कटघोरा के समीप सड़क किनारे बरामद कर लिया। मामले में फरार आरोपी की सरगर्मी से तलाश की जा रही थी। इसी बीच पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी रिकी बिलासपुर में छुपा हुआ है और वह भागने की फिराक में है। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रिकी को भी धर दबोचा।

जब आरोपियों से पूछताछ की गई तो पता चला की चोरी के मामले में प्रभाकर जिला जेल में निरुद्ध था। जेल से छूटने के बाद प्रभाकर को शुभम के चरित्र पर संदेह हो गया और उसे पुरानी रंजीस और चरित्र शंका पर शुभम की हत्या करने की ठान ली। इस काम के लिए वह अपने साथी आदतन बदमाश रिकी की मदद ली और दोनों ने मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया।

आरोपियों ने बताया कि दोनों ने मिलकर शुभम पर लोहे की सूजा और हथौड़े से करीब 40 बार वार किया जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपियों के निशानदेही पर सूजा और हथौड़े को भी जप्त कर लिया है। इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 302 34 के तहत कार्रवाई की गई है जिन्हें आज न्यायालय में पेश किया जहां दोनों को न्यायायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।

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