हसदेव नदी तट पर संचालित बेचिंग प्लांट किसका…

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हसदेव नदी तट पर संचालित बेचिंग प्लांट किसका…

रायपुर – छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में हसदेव नदी दर्री ब्रीज में लंबे समय से बैचिंग प्लांट संचालित है। इस प्लांट को लेकर लोगों में अब सवाल उठने लगा है कि आखिरकार यह बैचिंग प्लांट किसका है और अब तक संचालित क्यों हो रहा है?

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सूत्रों की माने तो इस बैचिंग प्लांट को हसदेव नदी में बने दर्रीबराज के समानांतर भवानी मंदिर के समीप बनाए जाने वाले पुल निर्माण के लिए किया गया लगाया गया था जिसका निर्माण वर्तमान में पूर्ण हो चुका है। लेकिन देखने में यह आ रहा है कि अभी भी इस बैचिंग प्लांट का उपयोग किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो बैचिंग प्लांट की आड़ में छोटे-छोटे ठेकेदारो को मटेरियल आपूर्ति करने के लिए उपयोग में लाया जा रहा है।

जानकारी के अनुसार किसी भी बड़े कार्य को करने के लिए बैचिंग प्लांट स्थापित करने ठेकेदारों को अनुमति मिल जाती है जिसके लिए संबंधित विभाग और पर्यावरण से एनओसी लेना अनिवार्य होता है और कार्य संपन्न होने के बाद उस प्लांट को हटाने की भी कार्रवाई की जाती है। लेकिन यहां पर इस प्लांट लगने के बाद और निर्माण कार्य पूरा होने के बाद भी नहीं हटाया गया है, बल्कि इसका उपयोग कुछ निजी ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने और खुद लाभ पाने के लिए गुपचुप तरीके से चलाया जा रहा है। जल्द ही इस प्लांट के संचालन को लेकर शिकायत होने की बात सामने आ रही है।

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