भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने ही प्रदेश अध्यक्ष के बंगले का किया घेराव…
रायपुर – छत्तीसगढ़ में विधानसभा 2023 के चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी द्वारा संभावित दूसरी सूची के वायरल होने के बाद प्रत्याशियों को लेकर घमासान शुरू हो गया है। इसी बीच बड़ी खबर बिलासपुर जिले से भी आ रही है जहां के कार्यकर्ताओं ने प्रत्याशी बदलने की मांग करते हुए अपनी आवाज बुलंद कर अपने ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के बंगले के बाहर नारेबाजी करते हुए उनके बंगले का घेराव कर दिया।
IPS Santosh Singh एसपी के नाम पर बनाया फर्जी अकाउंट, मांगने लगे पैसे, एसपी ने की अपील….
कार्यकर्ताओं के इस व्यवहार से प्रदेश अध्यक्ष ने नाराजगी व्यक्त की है और कहां है कि पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी कार्यकर्ताओं को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन अनुशासन में रहकर अपनी बातों को रखें, किसी तरह की नारेबाजी ना करें। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया है कि पार्टी कार्यकर्ताओं की बातों पर विचार किया जाएगा।
दो परिवारों में हुआ खूनी संघर्ष, युवती का चेहरा हुआ लहूलुहान, कपड़े भी फाड़े…
प्राप्त जानकारी अनुसार छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर भाजपा की संभावित दूसरी सूची में उम्मीदवारों के नाम के साथ-साथ उनके विधानसभा की जानकारी कार्यकर्ताओं तक पहुंच गई। प्रत्याशियों के नाम सुनने के बाद शनिवार को मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने मस्तूरी विधायक डॉ कृष्णमूर्ति बांधी का विरोध किया, साथ ही प्रदेश अध्यक्ष अरुण विभाग के बंगले का भी घेराव कर दिया। उनका कहना है कि 20 साल से एक ही चेहरे को बीजेपी मौका दे रही है इस बार नए और युवा चेहरे को सामने लाना चाहिए।
छत्तीसगढ़ सरकार ने बढ़ाया समर्थन मूल्य, 1 नवंबर से होगी धान खरीदी की शुरुवात…
इसी तरह तखतपुर विधानसभा में भी संगठन के पदाधिकारी ने जोगी कांग्रेस से बीजेपी में आए विधायक धर्मजीत सिंह को प्रत्याशी बनाने का विरोध किया है। तखतपुर विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस बात के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण शाह को पत्र भी लिखा है जिसमें उन्होंने बाहरी प्रत्याशी को टिकट नहीं देने की भी मांग की है।
कार्यकर्ताओं द्वारा अरुण साव के बंगले का घेराव करने को लेकर काफी नाराजगी व्यक्ति है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को कहा है कि अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पार्टी में बात रखने का सभी को अधिकार है लेकिन नारेबाजी ना करें। उन्होंने आश्वस्त भी किया है कि पार्टी कार्यकर्ताओं की बातों पर विचार किया जाएगा।