कोरबा जिला की आशा आजाद तीन राष्ट्रीय अवार्ड से हुई सम्मानित

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Asha Azad of Korba district honored with three national awards

कोरबा। फरिदाबाद, एनसीआर दिल्ली में मैंजिक बुक आफ आर्ट यूनिवर्सिटी, भारत सरकार द्वारा पंजीकृत संस्था से श्रीमती आशा आजाद सहायक प्राध्यापक भूगर्भ शास्त्र, शा.इ.वि.स्ना.महा.कोरबा, मानिकपुर, कोरबा निवासी को राष्ट्रीय मानद उपाधि, बेस्ट ऑथर अवार्ड एवं राष्ट्रीय एपीजे अब्दुल कलाम अवार्ड प्रदान किया गया है। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान से प्रारंभ किया गया।

इसी क्रम में छत्तीसगढ़ राज्य की बेटियाँ आशा आजाद एवं सुकमोती चौहान को इस मंच से मानद उपाधि अवार्ड उनके अनूठे ग्रंथ “छत्तीसगढ़ सम्पूर्ण दर्शन” जिसके लिए उन्हें पूर्व में ही गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड से दो अचीवमेंट प्राप्त हो चुका है, जिसके उल्लेखनीय कार्य के लिए उन्हें डाक्ट्रेट मानद उपाधि, मैजिक एंड आर्ट यूनिवर्सिटी से प्रदान किया गया है, और साथ ही छत्तीसगढ़ की इन दोनों बेटियों नें मैंजिक एण्ड आर्ट यूनिवर्सिटी से डाक्ट्रेट की मानद उपाधि के साथ साथ बेस्ट ऑथर अवार्ड पाने वाली छत्तीसगढ़ की पहिली महिला के रूप में अपना नाम दर्ज कर लिया है। इस सम्मान समारोह में डॉ.छबिराम पटेल, प्रधानपाठक, पिथौरा छत्तीसगढ़ को भी डाक्ट्रेट की उपाधि से सम्मानित किया गया।

इस सम्मान समारोह की मुख्य अतिथि डॉ. प्रतिभा शर्मा जी एड्वोकेट डीईटी, जो लोक अदालत मथुरा की स्थायी सदस्य हैं एवं महिला बालविकास में 100 से अधिक अचीवर्स पुरस्कृत है, मसीहा सम्मान, महिला शक्ति सम्मान जैसे अनेकों अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित हुई है कार्यक्रम का उद्घाटन इनके करकमलों से किया गया। विशिष्ट अतिथि के रूप में विजय कपूर(डायरेक्टर ब्रिज मेडिकल कन्सल्टिंग प्रा.लि.,फार्मर डायरेक्टर आसीएआई, लेक्चरर एसारसीसीडीयू), विभू बत्रा(सीए गुड़गांव, सोसल वर्कर), चंद्रकांता भदौरिया(एड्वोकेट FCT), श्रीमती उषा रानी गाँधी(चीफ वार्डन, वूमन हास्टल रेड क्रास फरीदाबाद), नवीन गौतम(प्रोड्यूसर, इंटरनेशनल डाक्यूमेंट्री), हरीश शर्मा(इंजीनियर, प्रोड्यूसर, इंटरनेशनल डाक्यूमेंट्री) की उपस्थिति में कार्यक्रम आयोजित हुआ।

डॉ.प्रतिभा शर्मा ने अपने उद्बोधन में अपने ब्रज भाषा से शुरुआत करते हुए कहा कि जब हम अपनी संस्कृति को लेकर साथ चलते हैं तो ये हमारी असली पहचान होती है। उन्होंने कहा कि सभी अविर्डियों ने देशहित ध्येय से कार्य करते हुए देश का नाम रौशन किया है एवं और डॉ आशा आजाद डॉ.सुकमोती चौहान जी ने अपने राज्य की पारंपरिक वेषभूषा में यह डाक्ट्रेट की उपाधि लेकर अपनी संस्कृति का पूर्ण सम्मान किया है। हमें अपनी संस्कृति को सहेज कर रखना अनिवार्य है। ये दोनों महिलाएँ ने साहित्य जगत में अपना अनूठा कार्य किया है। अपने राज्य को इन्होंने प्रथम क्रम में रखते हुए अपने राज्य की ही नहीं पूरे देश का गौरव बढ़ाया है। इस गरिमामयी कार्यक्रम में विभिन्न प्रदेशों के 30 लोगों को जिन्होंने अपने विशेष कार्यों के लिए डाक्ट्रेट की मानद उपाधि दिया गया, साथ ही इस अवसर पर मैंजिक एण्ड आर्ट यूनिवर्सिटी के सीईओ डॉ.सी.पी.यादव जी ने छत्तीसगढ़ सम्पूर्ण दर्शन ग्रंथ की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए बधाई दी।कार्यक्रम का समपन वंदेमातरम गीत से किया गया।

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