भारत में बिक रही कैंसर और लीवर की नकली दवाएं
दिल्ली – विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत में कैंसर और लीवर की नकली दवाएं बिकने का अलर्ट जारी किया है । डब्ल्यूएचओ का कहना है कि भारत के बाजार में लिवर की दवा डेफिटेलियो डिफाइब्रोटाइड और कैंसर के लिए एडसेट्रिस इंजेक्शन का नकली स्वरूप बिक रहा है । इस मामले की भनक तब लगी जब भारत से यह दवाएं दूसरे देशों तक पहुंची , जहां नियामक संगठनों ने जांच के दौरान इन दवाओं को नकली पाया है । डब्ल्यूएचओ ने दो पत्रों के माध्यम से यह अलर्ट जारी किया है , जिसके चलते केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने सभी राज्य के औषधि नियंत्रक अधिकारियों से बाजारों उक्त दवाओं के सैंपल लेने और संबंधित बैच नंबर की दवाओं को जब्त करने के निर्देश जारी किए हैं ।
बता दें कि डब्ल्यूएचओ ने पहले मई 2020 में इसी डेफिटेलियो दवा के लिए अलर्ट जारी किया था , जब इसे अर्जेंटीना , ऑस्ट्रेलिया , लातविया , मलयेशिया और सऊदी अरब में बेचा जाता पाया गया था । डेफिटेलियो दवा का इस्तेमाल हेमेटोपोएटिक स्टेम सेल प्रत्यारोपण थेरेपी में गंभीर हेपेटिक वेनो – ओक्लूसिव रोग ( वीओडी ) इलाज के लिए किया जाता है । भारत में यह दवा बीते अप्रैल में पाई गई है , जबकि जुलाई में यह तुर्की में भी पकड़ी गई । जबकि इन विपणन अधिकार नहीं है । यह दोनों देशों के पास इस दवा का दवा यूके और आयरलैंड की पैकेजिंग में मिल रही है , जबकि असली दवा जर्मन और ऑस्ट्रियाई पैकेजिंग में होती है ।