मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ‘स्मृति ईरानी की स्मृति ठीक नहीं है’
रायपुर- जांजगीर में भरोसे के सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन मे भाजपा पर जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ भाजपा के साथ-साथ केंद्र सरकार को भी आड़े हाथों लिया। पूर्व की रमन सरकार को चावल चोर करार देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि पूर्व की सरकार ने कोई ऐसा मौका नहीं छोड़ा, जहां उसने घोटाला नहीं किया। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि रमन सरकार ने छत्तीसगढ़ में चावल घोटाले ही नहीं गरीबों के लिए बनने वाले शौचालय निर्माण में भी घोटाला किया है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन बेरोजगारी भत्ता का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा ने अपने 15 साल में सिर्फ 98 करोड़ रूपये बांटे थे। उनके कार्यकाल में सिर्फ 300 रुपये बेरोजगारी भत्ता मिला करता था। छत्तीसगढ़ सरकार ने सिर्फ चार महीने में ही बेरोजगारी भत्ता सवा सौ करोड़ रुपये बांट दिये हैं। मुख्यमंत्री ने इस दौरान ईडी-आईटी को लेकर भी जमकर निशाना साथा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा यहां कांग्रेस से नहीं लड़ पा रही है तो आईटी और ईडी को भेज रही है।
मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि ED-IT नेताओं को परेशान जरूर कर सकते हैं, लेकिन वोट नहीं डलवा सकते। छोटा सा राज्य है, लेकिन सबसे ज्यादा छापा यहीं पड़ा है। ये ईडी और आईटी वाले सिर्फ कांग्रेस के नेताओं को डराने का काम करते हैं। मुख्यमंत्री ने भूपेश बघेल ने इस दौरान स्मृति ईरानी पर भी निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्मृति ईरानी की स्मृति ठीक नहीं है, वो स्मृति लोलुप का शिकार हो गयी है, पार्लियामेंट में उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अडानी-अंबानी का विरोध करते हैं और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार इडानी को खदान देती है। स्मृति जी को पता नहीं है कि खदान भारत सरकार आवंटित करती है, रमन सिंह से उन्हें पूछना चाहिये कि यहां किसके दवाब में उन्होंने खदान दिया।
भाजपा के नेता तो झूठ बोलते ही थे, प्रधानमंत्री भी छत्तीसगढ़ आये तो झूठ बोलकर चले गये। उन्होंने कहा कि धान केंद्र सरकार के पैसे से खरीदा जाता है, जबकि छत्तीसगढ़ सरकार अपने पैसे से धान खरीदती है, तो ये झूठ बोलने वाली पार्टी है।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान ऐलान किया कि जांजगीर मेडिकल कॉलेज का नाम मिनिमाता मेडिकल कालेज के नाम से होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पौने 2 लाख करोड़ के आसपास की राशि डायरेक्ट ट्रांसफर हुई है। कोई बीच का आदमी नहीं है, हमने लोगों की जेब में सीधे पैसे डाले। इस साल हमने 107 लाख मीट्रिक टन धान किसानों से खरीदे। तीसरे दिन खाते में पैसे पहुंच जाते थे। यह किसानों की सरकार है। इस साल 20 क्विंटल धान प्रति एकड़ खरीदेंगे।
हमारी सरकार किसानों के साथ खड़ी है। 3 लाख, 30 लाख, 36 लाख मीट्रिक टन धान की हमने नीलामी की थी।कर्जमाफी, धान खरीदी का वादा हमने निभाया। विपरीत से विपरीत परिस्थितियों में हमने वादा निभाया। कर्ज माफी और धान खरीदी का जो वादा हमने किया था, उसे निभाया है।7 दिन बाद 20 अगस्त को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की अगली किश्त किसानों के खातों में आएगी। छत्तीसगढ़ पूरे देश में इकलौता राज्य है जहां मजदूरों को भी 7 हजार रुपए की सालाना सहायता राशि दी जा रही है।