अमृतसर ,पंजाब के अमृतसर में बढ़ते प्रदूषण और कम दृश्यता के चलते श्री गुरु रामदास जी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के यातायात पर गहरा असर पड़ा है। सोमवार को अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड करने वाली तीन फ्लाइट्स को खराब विजिबिलिटी के कारण चंडीगढ़ डायवर्ट करना पड़ा। इन फ्लाइट्स में एक इंटरनेशनल फ्लाइट के साथ-साथ दो घरेलू फ्लाइट्स भी शामिल थीं।
अमृतसर में प्रदूषण का स्तर शनिवार दोपहर बढ़कर 336 एक्यूआई (AQI) तक पहुंच गया। अमृतसर और इसके आसपास के इलाकों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो चुकी है, जिससे दृश्यता में भारी कमी आई है। प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक स्तर तक पहुंच रहा है, जिसका असर फ्लाइट ऑपरेशन्स पर भी पड़ रहा है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इन फ्लाइट्स को चंडीगढ़ भेजने का फैसला किया।
- दुबई से आने वाली इंटरनेशनल फ्लाइट: दुबई से अमृतसर आने वाली इंटरनेशनल फ्लाइट को भी चंडीगढ़ डायवर्ट किया गया। इसे सुबह 7.40 बजे अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड होना था। विदेश से आए यात्रियों के साथ इस फ्लाइट की चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर लैंडिंग करनी पड़ी।
- मुंबई और हैदराबाद की घरेलू फ्लाइट्स: मुंबई और हैदराबाद से अमृतसर आने वाली फ्लाइट्स को भी विजिबिलिटी की कमी के कारण चंडीगढ़ भेजा गया। जिनमें विस्तारा की सुबह 7.55 बजे और अहमदाबाद की 11.15 बजे लैंड होने वाली घरेलू उड़ानें भी शामिल हैं।
अमृतसर में हवा की गुणवत्ता (एयर क्वालिटी इंडेक्स) का स्तर 336 तक पहुंच गया है, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। इस स्तर पर हवा में मौजूद जहरीले कण सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और फेफड़ों से संबंधित बीमारियों का कारण बन सकते हैं। वायु प्रदूषण में वृद्धि का कारण बीते दिनों दिवाली पर फोड़े गए पटाखे, पराली जलाना, यातायात प्रदूषण और मौसम की स्थिर परिस्थितियों को माना जा रहा है। इन हालातों के चलते अमृतसर एयरपोर्ट पर विमानों की लैंडिंग एक चुनौती बन गई है।
यात्रियों को इस डायवर्जन के कारण चंडीगढ़ में असुविधा का सामना करना पड़ा। एयरलाइंस ने यात्रियों को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर जरूरी सेवाएं मुहैया करवाईं और आगे की यात्रा के इंतजाम किए गए। यात्रियों ने शिकायत की कि उन्हें अचानक डायवर्जन की सूचना दी गई, जिससे यात्रा में परेशानी बढ़ गई।