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कोरबा/ छत्तीसगढ़ : ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार और आर्थिक अनियमितता की खबर समाचारों में हमेशा सुर्खियों में रहा है यूँ कहें तो सरपंच सचिव भ्रष्टाचार किये बगैर रह ही नहीं सकते हैं और यह उनका जनम सिद्ध अधिकार बन गया है! शासन प्रशासन देश के अंतिम छोर और सभी व्यक्तियों तक विकास और उसका लाभ पहुँचाना चाह रहा है लेकिन जिम्मेदार लोग ही भ्रष्टाचार में इतने डूब चूकें है की गाँव और क्षेत्र की विकास की राशि को कैसे बंदरबांट करना है और उसे कैसे हजम करना है ये उन्हें अच्छे तरह से आता है!
भ्रष्टाचार की एक ऐसी खबर कोरबा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत अजगरबहार से निकल कर आई है पूर्व सरपंच श्रीमती रीता कंवर से 2,50,000/ रुपये की वसूली करना है जो अनुविभागीय अधिकारी कोरबा के कार्यालय में विगत डेढ़ साल से रुका पड़ा हुआ है!
ग्राम पंचायत अजगरबहार के आश्रित गाँव नरबदा में तालाब गहरीकरण और सौंदर्यीकरण के लिए मुख्यमंत्री घोषणा मद से वर्ष 2021-22 में 12,00,000/ रुपये की स्वीकृति प्राप्त हुई थी जिसमें से प्रथम किश्त 5,00,000/ रुपये सरपंच द्वारा आहरण कर लिया गया और दो वर्ष बीत जाने के बाद भी काम शुरू नहीं हो सका और सरपंच द्वारा मनमानी करते हुए 2,50,000/ रुपये अन्य कार्यों (मरम्मत) में खर्चा कर दिया गया जिसका उनके पास कोई हिसाब किताब नहीं है!
नरबदा गाँव के तालाब गहरीकरण और सौंदर्यीकरण में सरपंच द्वारा किये गए भ्रष्टाचार की शिकायत की गई थी जिस पर प्रशासन द्वारा जांच किया गया और शिकायत सही पाई गई पूर्व सरपंच श्रीमती रीता कंवर द्वारा 2,50,000/ रुपये की आर्थिक अनियमितता करने की पुष्टि जांच प्रतिवेदन में की गई! जिला पंचायत सीईओ कोरबा ने अजगरबहार के पूर्व सरपंच से दो लाख पचास हजार रुपये की वसूली के लिए अनुविभागीय अधिकारी कोरबा को 30/05/2024 को पत्र लिखा गया है लेकिन अनुविभागीय अधिकारी कोरबा द्वारा गमन की गई राशि की वसूली के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है और फाईल बाबू की मेहरबानी से आलमारी की किसी कोने में दबा पड़ा हुआ है जिसे साहब भी देख नहीं पा रहे हैं! सूत्रों की खबर और जानकारी के अनुसार कोरबा अनुभाग में पदस्थ एक बाबू साहब की मेहरबानी से पंचायतों और सोसाइटीयों की वसूली वाली फाईल दबी रह जाती है जिसकी भनक अनुविभागीय अधिकारी को भी नही होता है!
अजगरबहार पंचायत में वर्तमान सरपंच सचिव कारनामा……
वर्तमान सरपंच नारायण सिंह एवं सचिव दुबराज सिंह के द्वारा 15वें वित्त योजना की राशि में से 45000/ पैंतालिस हजार रुपये आहरण फर्जी बिल लगाकर किया गया है!
सूत्रों के खुलासे और जानकारी के अनुसार मां शारदा ट्रेडर्स मेंन रोड जटगा जिला कोरबा दुकान पिछले सात आठ महीनों से संचालित है जो छड़,लोहा,एंगल,सीमेंट, गिट्टी एवं भवन निर्माण सामग्री के विक्रेता एवं सप्लायर है मजे और गौर करने वाली बात है की अजगरबहार के वर्तमान सरपंच नारायण सिंह सचिव दुबराज सिंह माँ शारदा ट्रेडर्स जटगा के बिल नंबर 214 से टेबल 2 नग,चेयर वीआईपी 6 नग, चेयर प्लेन 10 नग के कुल 45000/- पैंतालीस हजार रुपये का बिल लगाकर राशि आहरण किया गया है। जबकि मां शारदा ट्रेडर्स जटगा टेबल कुर्सी चेयर नहीं बेचता है और ना ही प्रशासन से उसे बेचने का अधिकार मिला है इसकी भी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की गई है जानकारी के अनुसार जांच कार्यवाही हो रही है!

