नई दिल्ली: भारत ने वैश्विक आर्थिक मंच पर एक नया इतिहास रच दिया है। भारतीय अर्थव्यवस्था अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है, और उसने इस उपलब्धि में जापान को पीछे छोड़ दिया है। यह जानकारी शनिवार को नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने साझा की।
नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बाद सुब्रह्मण्यम ने कहा, “ग्लोबल और इकोनॉमिक माहौल भारत के अनुकूल है। और जब मैं यह कह रहा हूं, उस समय भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। आज हम 4 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन चुके हैं।”
इस बड़ी उपलब्धि के साथ भारत ने वैश्विक स्तर पर अपनी आर्थिक ताकत का प्रदर्शन किया है। देश ने यह मुकाम एक मजबूत घरेलू बाजार, तकनीकी नवाचार, निर्यात में वृद्धि और निवेशकों के विश्वास के दम पर हासिल किया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की यह प्रगति केवल आर्थिक आंकड़ों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह देश की नीतियों, युवाओं की प्रतिभा और उद्यमिता की भावना का भी प्रमाण है।