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जगदलपुर, 05 दिसम्बर 2025/ कृषि और पशुपालन को नई दिशा देने के उद्देश्य से शहीद गुंडाधुर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, जगदलपुर ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। परिक्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र और शहीद गुंडाधुर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में अखिल भारतीय समन्वित शुष्क कृषि अनुसंधान परियोजना के तहत पशु चिकित्सा विभाग के सहयोग से ग्राम बड़े मारेंगा और तेली मारेंगा में एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण सह पशु टीकाकरण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और वैज्ञानिक पद्धति आधारित पशुपालन की बारीकियों से अवगत कराना था। प्रशिक्षण के दौरान वैज्ञानिकों ने पशुओं में होने वाली प्रमुख बीमारियों, उनके लक्षण, उपचार और सबसे महत्वपूर्ण, नियमित टीकाकरण के महत्व के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की। साथ ही किसानों को उन्नत गाय एवं बकरी पालन की तकनीकें, पशु स्वास्थ्य संरक्षण के लिए उचित दवा तथा आहार प्रबंधन संबंधी आवश्यक सुझाव भी दिए गए।
कार्यक्रम के दौरान रावे (ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव) के विद्यार्थियों ने ग्रामीणों को टीकाकरण का महत्व समझाते हुए उनके पशुओं के मोबालाइजेशन में सहयोग किया, जिससे अधिकाधिक पशुपालक इस सुविधा का लाभ उठा सकें। इस पहल के परिणामस्वरूप पशु चिकित्सा विभाग के सहयोग से 60 से अधिक पशुओं का निरूशुल्क टीकाकरण किया गया और किसानों के बीच आवश्यक दवाइयाँ भी वितरित की गईं। स्थानीय किसानों ने इस कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी दिखाई, जो क्षेत्र में कृषि विस्तार और पशु स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता का संकेत है। कार्यक्रम के सफल संचालन में डॉ. अश्विनी ठाकुर, डॉ. टी. चंद्राकर, डॉ. नीता मिश्रा, डॉ. आलोक भार्गव, डॉ. महेश भुकिया, इंजीनियर गंगाधर, संदीप कुमार तथा राम अवध भारती का विशेष सहयोग रहा, जबकि शहीद गुंडाधुर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र के छात्रों ने भी प्रशिक्षण एवं टीकाकरण गतिविधियों में सक्रिय योगदान दिया

