छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पचपेड़ी हायर सेकेंडरी स्कूल की समस्याओं को लेकर छात्राओं ने सोमवार को चक्काजाम कर दिया। उन्हें समझाइश देने पहुंची तहसीलदार ने छात्राओं को जेल भेजने की धमकी दे दी। महज आधे घंटे के विरोध प्रदर्शन के बाद चक्काजाम खत्म हो गया।
अब छात्राओं को पचपेड़ी तहसीदार माया अंचल लहरे की धमकी देने का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। एक आरक्षक कहता है कि, किससे बात कर रहे मालूम है तुमको। वहीं, छात्राओं से तहसीलदार कह रही हैं कि, एक बार लिखकर दूंगी तो सभी जेल चली जाओगी।
इससे पहले, राजनांदगांव में शिकायत लेकर पहुंची छात्राओं को DEO (जिला शिक्षा अधिकारी) ने जेल भेजने की धमकी दी थी। जिसके बाद राज्य शासन ने अभय जायसवाल को हटा दिया था।
दरअसल, पचपेड़ी हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं ने स्कूल और हॉस्टल की समस्याओं को लेकर सोमवार को चक्काजाम किया। छात्राएं नारेबाजी करती हुईं सड़क पर बैठ गई। जिसके बाद मस्तूरी-पचपेड़ी मार्ग पर वाहनों की कतार लग गई। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने छात्राओं को समझाइश देने का प्रयास किया। लेकिन अव्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग पर अड़ी रहीं।
छात्राओं ने बताया कि, हॉस्टल में साफ-सफाई और खाने की समस्या है। जिसे दूर करने की बात करने पर मैडम मनमानी करती हैं। स्कूल में पढ़ाई ठीक से नहीं हो रही है। शिक्षकों के आने-जाने का कोई समय तय नहीं है। जिससे उनका भविष्य खराब हो रहा है। हॉस्टल में शासन से मिलने वाली सुविधाओं पर भी मैडम ध्यान नहीं देती हैं।
छात्राओं के चक्काजाम करने की जानकारी मिलते ही तहसीलदार माया अंचल लहरे मौके पर पहुंची। उन्होंने पहले छात्राओं की समस्याएं सुनी, फिर उन्हें चक्काजाम खत्म करने को लेकर समझाइश देने लगीं। लेकिन, छात्राएं उनके सामने जमकर नारेबाजी करने लगी। जिससे वो नाराज हो गईं और छात्राओं को जेल भेजने की धमकी देने लगी।राजनांदगांव में शिक्षकों की कमी की शिकायत करने पर छात्राओं को धमकी देने वाले DEO (जिला शिक्षा अधिकारी) अभय जायसवाल को हटा दिया गया है। छात्राओं ने दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया था। दो दिन पहले मीडिया के सामने छात्राओं के रोने का वीडियो भी सामने आया था